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रजनीश अमेरिका क्यों गए थे? वो स्त्री कौन थी जो छाया की तरह हमेशा उनके साथ रहती थी? उनके पूर्वजन्म की माँ और प्रेमिका उन्हें इस जन्म में कैसे मिलीं? उन्होंने ख़ुद को भगवान क्यों कहा और फिर यह उपाधि क्यो...

₹230 ₹299 23%

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कश्मीर के बारामूला में पैदा हुए मानव कौल की परवरिश मध्य प्रदेश के होशंगाबाद में हुई। 2004 में अरण्य नाम के एक ख़्बाव का जन्म हुआ। मानव के क़ाबिल निर्देशन में शक्कर के पाँच दाने और पार्क जैसे नाटकों के...

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इस संग्रह की कविताओं में विराट स्वप्न नहीं, छोटी इच्छाएँ हैं, जो अपनी नेकनीयती और आकार से विराट को प्रश्नांकित कर देती हैं। ये महत्वाकांक्षाओं के नहीं, सहजता और संभावनाओं के पंख लगाकर उड़ती हैं। इनमें ...

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मैं नास्तिक हूँ। कठिन वक़्त में यह मेरी कहानियाँ ही थी जिन्होंने मुझे सहारा दिया है। मैं बचा रह गया अपने लिखने के कारण। मैं हर बार तेज़ धूप में भागकर इस बरगद की छाँव में अपना आसरा पा लेता। इसे भगोड़ापन भ...

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कश्मीर के बारामूला में पैदा हुए मानव कौल की परवरिश मध्य प्रदेश के होशंगाबाद में हुई। 2004 में अरण्य नाम के एक ख़्बाव का जन्म हुआ। मानव के क़ाबिल निर्देशन में शक्कर के पाँच दाने और पार्क जैसे नाटकों के...

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बहुत वक़्त से सोच रहा था कि अपनी कहानियों में मृत्यु के इर्द-गिर्द का संसार बुनूँ। ख़त्म कितना हुआ है और कितना बचाकर रख पाया हूँ, इसका लेखा- जोखा कई साल खा चुका था। लिखना कभी पूरा नहीं होता... कुछ वक़...

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एक संवाद लगातार बना रहता है अकेली यात्राओं में। मैंने हमेशा उन संवादों के पहले का या बाद का लिखा था... आज तक। ठीक उन संवादों को दर्ज करना हमेशा रह जाता था। इस बार जब यूरोप की लंबी यात्रा पर था तो सोचा...

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मीडिया की नजर में- -सत्य व्यास की कलम में नशा-सा है- दीपक दुआ, फिल्म समीक्षक -यह उपन्यास अपनी शैली और कथानक की रफ्तार की वजह से अपनी ओर ध्यान खींचता है- इंडिया टुडे (हिंदी) -साल की सबसे चर्चित किताब ह...

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